जिस धरती पर गौतम बुद्ध के गियान मिलल। उहे धरती के गौरवपूर्ण भाषा मगही के ई ब्लोग समर्पित हे। बिहार के तीन पर्मुख भाषा मगही, भोजपुरी और मैथिली में मगही के इतिहास सबसे पुराना हे। वैयाकरण कच्चान भी कहलन हल कि ..सा मागधी मूल भाषा। महावीर के उपदेश अर्ध मागधी मी लिपिबद्ध हल। आज भी बिहार और झारखण्ड के कम से कम १७ जिला के ई लोकभाषा हे। राजनीतिक तौर पर सहयोग न मिलला से ई पिछ्र गेल।
Saturday, December 29, 2007
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