Friday, October 25, 2013

साहित्यकारों की मांग, पटना में लगे कवि योगेश की प्रतिमा



पटना (एसएनबी)। मगही के कवि योगेश की 80वीं जयंती के मौके पर प्रदेश भर से जुटे साहित्यकारों ने राजधानी में उनकी प्रतिमा लगाने की मांग की। बुधवार को बिहार मगही अकादमी की ओर से बोरिंग रोड स्थित अभियंता भवन में इस कार्यक्रम में सांसद एवं जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने भरोसा दिलाया कि मगही को आठवीं अनुसूची में शामिल कराने का पूरा प्रयास किया जायेगा। समारोह के विशिष्ट अतिथि ग्रामीण कार्य विभाग व पंचायती राज विभाग के मंत्री डॉ. भीम सिंह ने कहा कि मगही को सही सम्मान दिलाना ही कवि योगेश के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। मगही अकादमी के अध्यक्ष उदयशंकर शर्मा ने सरकार से साहित्यकारों के लिए फ्री यात्रा सुविधा देने और पेंशन योजना की मांग की। 
कार्यक्रम की शुरूआत वशिष्ठ नारायण सिंह ने की। एमएलसी उपेन्द्र प्रसाद ने साहित्यकारों को हरसम्भव सहयोग का भरोसा दिलाया। कला, संस्कृति एवं युवा कार्य विभाग के सहयोग से हो रहे इस कार्यक्रम में मगही अकादमी की ओर से कवि योगेश की स्मृति में विशेष डायरी जारी की गयी। पहले सत्र में वरिष्ठ साहित्यकार मधुकर, गीतकार रामाश्रय झा, मगही अकादमी के पूर्व अध्यक्ष राम प्रसाद सिंह, उदय भारती आदि ने अपने विचार रखे। 
इसके बाद मगही अकादमी की ओर से वरिष्ठ कवियों को कवि योगेश शिखर सम्मान प्रदान किया गया। अकादमी अध्यक्ष उदयशंकर शर्मा ने इस परम्परा को हर वर्ष बनाये रखने की घोषणा की। कार्यक्रम के दूसरे सत्र में मगध क्षेत्र के विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये जिसमें कठपुतली नाच एवं झूमर प्रमुख थे। महाकवि योगेश फाउंडेशन के सचिव अनिल सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन किया जबकि कार्यक्रम का संचालन विश्वविद्यालय के व्याख्याता डॉ. केके नारायण ने किया।