मगही के महाकवि योगेश जी के लोक्प्रिये कविता ...की हम्मर मोछ निहार ह?... कल येही ब्लॉग पर देखल जा सक हे। इ कविता मगही भासा के सबसे लोकप्रिय मंचीय कविता मानल जा हे। एकरा ला इंतजार कर कल तक।
मुझे अपने-अपने साथ-साथ दूसरों में भी रुचि है। इस ..दूसरे.. के दायरे में आदमी भी है और उससे अलग भी। अपनी सामान्य सी जिंदगी में चलते फिरते जो भी चीज दिल को छू जाती है, वही इस दायरे में आ जाती है। कोशिश करुंगा कि आप भी उस दायरे में आ जाएं। बिहार के पटना से चला और दिल्ली-नोएडा, हरियाणा, जम्मू में घूमते-घामते जालंधर में छः साल से अधिक समय टिका. जम्मू में तीन महीने गुजारने के बाद 2009 से जून 2012 तक गोरखपुर में रहा। फिलहाल मेरठ में हूं। मेरे मोबाइल का नंबर है 09675897157.
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